लोगों ने समझा की भारत- पाक मैच के पटाखे चल रहे हैं, और दूसरी तरफ बदमाश कर गए AK47 से इस दिग्गज नेता की मौत - By निखिल अनंतपुर वाला

लोगों ने समझा की भारत- पाक मैच के पटाखे चल रहे हैं, और दूसरी तरफ बदमाश कर गए AK47 से इस दिग्गज नेता की मौत 

बिहार के दिग्गज नेता समीर कुमार जो की बिहार मुजफ्फानगर के मेयर भी रह चुके हैं| समीर कुमार वैशाली जिले के हिलालपुर गाँव के रहने वाले थे| बताया जा रहा है की 23 सितम्बर की शान को 6 बजकर 15 मिनट पर समीर और उनका ड्राईवर होटल पर समोसे खा रहे थे| आचानक उन्हें एक फ़ोन आ गया| फ़ोन के आते ही बे बिना चाय पीये वहां से उठकर गाडी में बैठकर घर की तरफ चले गए|

इस तरह बदमाशों ने की समीर कुमार और उनके ड्राईवर की दर्दनाक मौत 

रास्ते में चंदवारा स्थित एंजेल स्कूल के पास बाइक सवार दो लोगों ने कार को पीछे से टक्कर मार दी| टक्कर लगते ही समीर के ड्राईवर रोहित ने कार को उसी समय रोक लिया|जैसे ही रोहित ने कार को रोका तो बदमास कार के सामने आ गए|


सामने आते ही उन्होंने समीर और उनके ड्राईवर रोहित पर बेजोड़ फायरिंग चालू कर दी| और मौके पर ही समीर और रोहित की दर्दनाक मौत हो गई| बताया जा रहा है की समीर को 16 गोलियां और उनके ड्राईवर रोहित पर 11 गोलियां चलाई गईं|

 जब पुलिस ने आस पास के लोगों से इस घटना के बारे में पुछा तो उनका कहना था| की उन्हें द्वारा लोगों से पूछ्ताझ के बाद लोगों ने कहा की हमने सोचा की भारत- पाकिस्तान मैच के पटाखे चल रहे हैं|

पूर्व में थे कांग्रेस के नेता, लेकिन बाद में थामा बीजेपी का हाथ



समीर मुजफ्फनगर के एक कांग्रेस नेता थे| लेकिन किसी कारणवस हो गए थे बीजेपी में शामिल| समीर कुमार 1998-2001 के बीच भारतीय युवा मोर्चा मुजफ्फानगर के अध्यक्ष भी रहे थे| और 2009 में मुजफ्फानगर के मेयर के चुनाव थे जिसमे उन्होंने भी भाग लिया| और वे 2009 में मेयर बन गए थे|



फिर वे लोकसभा का भी चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन बीजेपी ने उन्हें टिकट नहीं दिया| जिसके चलते उन्हें नाराजगी भी महसूस होने लगी थी|

SC ST के विरोध में भी किया प्रदर्शन 

कुछ लोगों का ऐसा भी मानना है की वे सर्कार द्वारा SC ST बिल के भी खिलाफ थे| बिहार में भूमिहार जाती में इस बिल का बहुत ही जोरदार विरोध किया जा रहा था|

और वे भी भूमियार जाती से संबंध रखते थे| और हाल ही में उन्होंने सवर्णों के आन्दोलन में भी भाग लिया था| जिसमे उन्होंने बहुत ही साहसीय कर्तव्य दिखाया था|


उन्होंने कांग्रेस पार्टी से समजौता भी किया था| और  कांग्रेस की तरफ से 2019 के लोकसभा चुनाव लड़ने की भी तैयारियां कर रहे थे| 2019 में कांग्रेस की तरफ से उन्हें लोकसभा चुनाव का टिकट मिलना तय हो गया था| लेकिन चुनाव लड़ने से पहले ही उनकी बदमाशों द्वारा दर्दनाक मौत की जा चुकी|

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